सिर्फ़ और सिर्फ़ २७ दिन ही शेष है

चलो एक लंबे अरसे बाद ही सही
अब वक्त आ ही गया है
सिर्फ़ और सिर्फ़ २७ दिन ही शेष है
हमारे परम प्रिये महेश बाबु के
सामजिक कुंवारेपन से मुक्ति के
जल्दी ही वोह अब
एक से दो हो जायेंगे
और गृहस्थ जीवन की शुरुआत करेंगे
बचपन जवानी से गुजरते हुए
शादी के पवित्र बंधन में बंध जायेंगे
यूँ टे महेश बाबु का जीवन किसी परिचय का मोहताज़ नही
पर चूँकि यह ऐसे घड़ी है जब
महेश बाबु के जीवन का सबसे अहम् दौर है
और सच कहा जाए टे जितना भी कहा जाए
उतना ही कम होगा
क्योंकि इतना महान जीवन चरित्र
से प्रेरणा मिलना बड़े ही सौभाग्य का विषय है
और मुझे उनके जीवन के इतने निकट आने का मौका मिला
समझता हूँ की जीवन धन्य हुआ है
महेश बाबु बचपन से ही नटखट परवर्ती के रहे है
स्वभाव से शर्मीले मगर अद्भुत प्रतिभा के धनि है
हर कला में पारंगत और अच्छे अच्छों के बोलती बाँध करने में
इनका कोई सानी नही है
कॉलेज के जमाने में भी इनकी खूब धूनी जमती थी
हर लड़की इनके दीदार को कुछ इस तरह तरसती थी
मानो सावन की पहली बारिश के लिए
तपती धरती तरसती हो
इनका सौंदर्य और निखार
मानो किसी राजकुमार से कम न था
शिक्षा हो या प्रेम
दोनों विषयों में इन्होने जमकर पढ़ाई की
और जीवन के हर लम्हे का भरपूर जिया
कोई भी मौका हो नाटक हो या डांस या फ़िर गाना
हर छेत्र में इनकी प्रतिभा का जलवा चलता था
एक कुशल कलाकार की भ्हंती उन्होंने हर रोल को
उम्दा तरीके से निभाया
और मुझे इस बात को स्वीकार करने में कोई गुरेज नही
की वोह हम सोशल वोर्केर लोगो के लिए
अमिताभ बच्चन है
जोए हमेशा ही एवेर्ग्रीन और सब पर सर्वदा भारी रहा और रहेगा
अब उनकी शादी के दिन करीब है
दूल्हा बनके घोडी चड़ने को बेकरार है
सचमुच वो पल बड़ा ही निराला होगा
जब महेश बाबु अपनी सजनिया के सजन हो जायेंगे
प्रीत के बंधन में बंधकर शादीशुदा कहलायेंगे
हमारी दुआ है
की उनको वो प्यार मिले
जो वो अब तक dusro को baante रहे है

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