जिन्दगी ने बहुत कुछ दिया
जिन्दगी ने बहुत कुछ दिया,
कुछ मन का और
कुछ अपनी तरह का दिया
रोज रोज हमने जिन्दगी को जिया
ये सोच के जिया
कि आने वाला पल
बहुत खास होगा
ऐसा होगा
जहाँ सब कुछ मन का होगा
यही आस लिए जिन्दगी
रोज रोज प्रयास करती है
जिन्दगी मेरी भी
सबकी भी
एक ही तरह से चलती है
सपनो की ऊँची उड़ान
हर रोज हमारे अरमान लिए उडती है
और सुबह से शाम तक जिन्दगी
न जाने कितने अजनबी
तूफानों से लडती है
आती है जाती है – ना जाने क्या
क्या
जिन्दगी करवाती है
यही है जिन्दगी
मेरी भी – तेरी भी – सबकी भी
लेकिन फिर भी
बहुत खुबसूरत अहसास है जीने का ये
जब अपनों से जरा सा भी अपनापन जो
मिल जाये
मानो तेज दौड़ती जिन्दगी को सुकून
की छाँव मिल जाये
रिश्तों की महक से फिर
जिन्दगी का खिल जाना
दिल को असली सुकून देता है
हम भी खास है .. ये अहसास देता है
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