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शीर्षक : जिन्दगी का रंग ही बदल जायेगा

शीर्षक : जिन्दगी का रंग ही बदल जायेगा है बहुत कुछ अभी जो करना बाकि है मुश्किलों के दौर से क्या डरना येही तो जिन्दगी के असली साथी है मंजिलों की तरफ जाना हर कोई चाहता है लेकिन सबके अपने रास्ते और राहे हुआ करती है वक़्त हर सवाल का जवाब होता है इसलिए सब्र रखने मं ही भला होता है हर लम्हा बेशक हमारा न हो पर कोई पल वो जो अपना होगा वो भी जरुर एक दिन आएगा सब्र से जियो और इम्तिहान देते रहो हर दुःख दवा बन जायेगा यूँ भी बदलने के लिए माहौल होता है रिश्ते नहीं जिन्दगी का रंग ही बदल जायेगा जो गर इतना मर्म ही हर कोई समझ जायेगा ........... रवि कवि