जननी के सम्मान की खातिर

हम नारी हैं
हम नारी हैं
हम नारी हैं
देश को आगे ले जाने की
अब हमारी बारी है
शक्ति की परिभाषा हैं हम
धैर्य की पुजारिन है
रिश्तों में गूँथने वाली
माला में डोर भी हमारी है
होंसलों के आगे हमारे हर चट्टान टूटी है
नारी को कमज़ोर न समझो
मिटटी की मूरत ना समझो
अब परिवर्तन की राह पे हमको चलना है
अधिकार अपने पाने को
पूरी ताकत से लड़ना है
जननी के सम्मान की खातिर
आगे हम अब आए हैं
यह मत भूलो तुम
की नारी बिन पृथ्वी सूनी है
माता पत्नी और बेटी के रूप में
सृष्टि की जननी है
हम नारी हैं
हम नारी हैं
हम नारी हैं
देश को आगे ले कर चलने की
अब हमारी बारी है

Comments

bhaut sunder baat...

acha laga padna
sakhi

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