प्रेम होता है ...........

प्रेम होता है तो होने दो
जुनुने इश्क चढ़ने दो
मैं, मैं रहना ही नहीं चाहता
मुझे इन मदभरी आँखों में
डूबा रहने दो
मुझे मोहब्बत हो गयी है
ये बात जग को
पता चलने दो
यूँ भी अब
सब मिल गया है मुझे
इसलिए मेरे नाम को
फूलों की तरह बिखर जाने दो
अब नाम दो या बदनामी मुझे
जो मेरा रब राजी तो सब राजी .............. रवि कवि

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