सडको पर बीत रही है जिन्दगी महानगरीय लोगो की
चोंकिये मत जनाब
मैं बात कर रहा हूँ
ट्रेफिक जाम में फसने वाले
आम लोगो की
दिल्ली की तस्वीर तो बदल गयी
दावा है सरकारी इश्तहारो का
सचमुच बदल गयी है दिल्ली
सही है ये दावे !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
क्योंकि सब कुछ बदल गया है
आदमी घर और दफ्तर से ज्यादा
सड़क पर समय बिता रहा है
महानगर में रहता है
शायद इसकी सजा पा रहा है ............... रवि कवि

Comments

सही कहा आपने। अच्छी लगी रचना। बधाई।

Popular posts from this blog

ये नेता तो देश का चीरहरण पल पल कर रहा है

वैचारिक महामारी का आपातकाल

जिन्दगी ने बहुत कुछ दिया