दुनिया बहुत बदल गयी है........................
वो कोई और लोग होते है
जिनकी किस्मत के सितारे बुलंद होते है
हम जैसे लोगो के हाथ की लकीरों में
सिवाए हाथ मलने के कुछ और नहीं होता
या यूँ कहे की किस्मत
जैसी कोई चीज़ नसीब में होती ही नहीं
सिर्फ खोखली उम्मीद और
असफल इन्तेज़ार ही जिन्दगी होती है
हर दाँव में हार लिखी रहती है
कुछ भी हो जाये
धरती बेशक उलट पलट जाये
लेकिन जिल्लत की कमाई मिलना तय रहता है
दुनिया बहुत बदल गयी है
पर कुछ लोग नहीं बदल पाते
और आज भी सच्चाई और ईमानदारी की बेतुकी बातें
जिन्दगी में सजा कर रखते है
जो हकीकत में आज के युग में
कबकी दफ़न हो चुकी है
वज़न व्यक्तित्व का नहीं
नोट का होता है
तराजू के किसी भी पलडे में
बैठा लीजिये सच्चाई, ईमानदारी को
मामूली भी मोलभाव हो सके
इतना भी वज़न नहीं होता है ............... रवि कवि
जिनकी किस्मत के सितारे बुलंद होते है
हम जैसे लोगो के हाथ की लकीरों में
सिवाए हाथ मलने के कुछ और नहीं होता
या यूँ कहे की किस्मत
जैसी कोई चीज़ नसीब में होती ही नहीं
सिर्फ खोखली उम्मीद और
असफल इन्तेज़ार ही जिन्दगी होती है
हर दाँव में हार लिखी रहती है
कुछ भी हो जाये
धरती बेशक उलट पलट जाये
लेकिन जिल्लत की कमाई मिलना तय रहता है
दुनिया बहुत बदल गयी है
पर कुछ लोग नहीं बदल पाते
और आज भी सच्चाई और ईमानदारी की बेतुकी बातें
जिन्दगी में सजा कर रखते है
जो हकीकत में आज के युग में
कबकी दफ़न हो चुकी है
वज़न व्यक्तित्व का नहीं
नोट का होता है
तराजू के किसी भी पलडे में
बैठा लीजिये सच्चाई, ईमानदारी को
मामूली भी मोलभाव हो सके
इतना भी वज़न नहीं होता है ............... रवि कवि
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