तक़दीर की सवारी...........

मौके को बना ले, तक़दीर की सवारी
हर हार में छिपी है जीत की खुमारी
अरे वक़्त इंतज़ार से नहीं बदलता
उठानी पड़ती है हर जिम्मेदारी
संभल जाओ आज अभी,
यह उम्र का तकाजा है
वर्ना जिन्दगी की यह रफ़्तार
नहीं है तुमसे सँभालने वाली.............. रवि कवि - "मन का विज्ञानी"

Comments

Unknown said…
No words to say sir........
waqt intezar se nhi badalta......best line sirji

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